'कोरिया' की लड़की बनेगी छत्तीसगढ़ की CM?
Know who is Renuka Singh of Korea, the contender for the post of CM of Chhattisgarh. जानें कौन हैं छत्तीसगढ़ की सीएम पद की दावेदार कोरिया की रेणुका सिंह.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की सांसद और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा चुनाव में उन्होंने छत्तीसगढ़ में भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया और कांग्रेस विधायक गुलाब कमरो को लगभग 5 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी. छत्तीसगढ़ सीएम की रेस में उनका नाम भी तेजी से उभरा है. वहीं राज्य में सीएम चुनने के लिए तीन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की गई है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्य में मुख्यमंत्री के लिए कई चेहरे सामने आ रहे हैं लेकिन आलाकमान ने छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री चुनने के लिए तीन सदस्यों का एक पर्यवेक्षक मंडल तैयार किया है. इस पर्यवेक्षक मंडल में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सरबानंद सोनोवाल और दुष्यंत गौतम शामिल होंगे. ये पर्यवेक्षक मंडल छत्तीसगढ़ के विधायकों से मुलाकात कर उनके मन को टटोलेगा कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार के लिए जनता की पहली पसंद कौन है? पर्यवेक्षक मंडल ये रिपोर्ट बीजेपी आलाकमान को देगा, जिसके बाद सूबे का मुख्यमंत्री तय किया जाएगा. रेणुका सिंह इस रेस में सबसे आगे चल रही हैं और उन्होंने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
लंबे अनुभव के साथ छत्तीसगढ़ से दिल्ली तक मजबूत पकड़
छत्तीसगढ़ की सियासत में रेणुका सिंह वो नाम है जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है. साल 2019 में छत्तीसगढ़ की सरगुजा संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर संसद पहुंची रेणुका को पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने रेणुका की तारीफ भी की थी. रेणुका का लंबा अनुभव और छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक मजबूत सियासी पकड़ ही उन्हें सीएम की रेस में सबसे आगे खड़ा करता है. साल 1999 में रेणुका पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर अपने सियासी करियर की शुरुआत की.
एक छोटे से गांव से तय किया केंद्रीय मंत्री तक का सफर
रेणुका सिंह का जन्म 5 जनवरी 1964 को छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में हुआ था. रेणुका छत्तीसगढ़ से ही स्नातक हैं और मौजूदा समय इस्तीफा देने से पहले तक वो मोदी कैबिनेट में जनजातीय मामलों में राज्य मंत्री थीं. रेणुका के दो बेटे और दो बेटियां हैं. रेणुका के भीतर नेतृत्व और कौशल के वो सारे गुण दिखाई देते हैं जो एक कुशल नेता के पास होने चाहिए. इसका अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं कि पीएम मोदी ने खुद उनकी तारीफ करते हुए उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह दी थी.