Bihar LokSabha Election 2024 का प्रचार करने से किया इनकार, BJP दिग्गज का स्वास्थ्य बना रोडा
BJP के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी कैंसर से जूझ रहे हैं, इसलिए वे इस बार लोकसभा चुनाव 2024 का प्रचार नहीं कर पाएंगे और न ही चुनावी गतिविधियों में हिस्सा ले पाएंगे. Veteran BJP leader and former Deputy Chief Minister of Bihar Sushil Modi is battling cancer, so this time he will not be able to campaign for the Lok Sabha elections 2024 nor take part in election activities.
BJP के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी कैंसर से जूझ रहे हैं, इसलिए वे इस बार लोकसभा चुनाव 2024 का प्रचार नहीं कर पाएंगे और न ही चुनावी गतिविधियों में हिस्सा ले पाएंगे.
पोस्ट कर दी जानकारी
इसकी जानकारी खुद उन्होंने ट्वीट करके दी और लिखा कि पिछले 6 महीने से कैंसर की बीमारी से संघर्ष कर रहा हूं. लोकसभा चुनाव 2024 सिर पर हैं, लेकिन इस बार चुनाव में सहयोग नहीं कर पाऊंगा और न ही किसी तरह की चुनावी गतिविधि में शामिल हो पाऊंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सब कुछ बता दिया है. सोचा अपने समर्थकों को भी इसकी जानकारी दे दूं, इसलिए ट्वीट लिखा. देश सेवा करने का मौका देने के लिए बिहार और पार्टी का तहेदिल से शुक्रगुजार हूं.
पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूँ । अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है । लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा ।
— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) April 3, 2024
PM को सब कुछ बता दिया है ।
देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित |
छात्र संघ चुनाव से राजनीति तक का सफर
उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव लड़कर महासचिव बने और जय प्रकाश नारायण से प्रभावित होकर राजनीति में एंट्री की. वे करीब 19 महीने जेल में भी रह चुके हैं. सुशील मोदी ने इंदिरा गांधी सरकार द्वारा पारित कानून मीसा को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था और केस जीते भी थे.
राजनीतिक करियर में लंबा समय काल
सुशील मोदी करीब 33 साल कर राजनीतिक करियर में सक्रिय रहे. वे BJP के सदस्य और बिहार से राज्यसभा सांसद थे। हाल ही में उनकी सदस्यता का समय काल पूरा हो चुका है. वे अपने करियर में विधानसभा, विधान परिषद, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य के साथ बिहार के उप-मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.
BJP के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी रहे सुशील मोदी का केंद्रीय मंत्री बनने का सपना है, लेकिन अभी तक यह सपना पूरा नहीं हो पाया है. सुशील मोदी ABVP के राज्य सचिव के पद पर भी रह चुके है. साल 1990 से लेकर 2004 तक बिहार विधानसभा चुनाव जीतते रहे. इस दौरान वे विधायक और नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी रहे चुके है. साल 2004 में ही सुशील मोदी पहली बार भागलपुर लोकसभी सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने, जिसके बाद 2020 तक नीतीश की सरकार में मंत्री, उप-मुख्यमंत्री भी रहे चुके है और वे उप-मुख्यमंत्री बने और वहीं 2020 में BJP ने उन्हें राज्यसभा में भेज दिया.