हो गया ऐलान ! सदमे में कट्टरपंथी, 22 जनवरी को विदेश में भी रहेगी छुट्टी

Mauritius government declared holiday on 22 January. मॉरीशस की सरकार ने किया 22 जनवरी को छुट्टी का ऐलान.

हो गया ऐलान ! सदमे में कट्टरपंथी, 22 जनवरी को विदेश में भी रहेगी छुट्टी

सदियों का संघर्ष आखिरकार रंग ले ही आया...500 साल का इंतजार खत्म होने जा रहा है...22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है...उस दिन पूरा देश जश्म में डूबा होगा...यूपी में 22 जनवरी को यूपी में छुट्टी तक की घोषणा कर दी है...लेकिन, राम मंदिर को लेकर भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के हिंदुओं में उत्साह है. हिंदू समुदाय राममय है. ऐसे में अब हिंदुओं की बड़ी आबादी वाले एक देश ने 22 जनवरी को छुट्टी की घोषणा कर दी है...भारत की तरह ही उस देश में भी 22 जनवरी को खुशियां मनाई जाएंगी...वो देश है मॉरीशस. 

दरअसल, मॉरीशस की सरकार ने हिंदू कर्मचारियों को 22 जनवरी को 2 घंटे की विशेष छुट्टी दी है. इस दौरान वो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर होने वाले स्थानीय कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे और लाइव टेलिकास्ट देख सकेंगे. इसके लिए मॉरीशस के हिंदू सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने विशेष मांग की थी. 

मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने इसको लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि, 'हिंदुओं के लिए सोमवार 22 जनवरी 2024 की दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक...दो घंटे की विशेष छुट्टी रहेगी. भारत में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर ये फैसला लिया गया है. ये हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक घटना है. क्योंकि, ये भगवान राम की वापसी का प्रतीक है. ऐसे में मॉरीशस सरकार के हिंदू अधिकारी एवं कर्मचारी उस दिन 2 घंटे की विशेष घंटे की छुट्टी पर रहेंगे. ये भावनाओं और परंपराओं के सम्मान का छोटा सा प्रयास है.'

बता दें कि, मॉरीशस में हिंदुओं की आबादी लगभग 48.5 प्रतिशत है. यहाँ के हिंदुओं की जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं. अफ्रीकी महाद्वीप से सटा हिंद महासागर में स्थित बेहद खूबसूरत द्वीपीय देश मॉरीशस अकेला ऐसा देश है, जहाँ हिंदू धर्म के अनुयायी इतनी बड़ी संख्या में रहते हैं. अगर देश की आबादी के अनुपात में देखें तो भारत और नेपाल के बाद यहाँ सबसे अधिक हिंदू रहते हैं.

एक तरफ जहां भारत के ही कुछ कट्टरपंथी और अवसरवादी पार्टियां राम मंदिर पर राजनीति कर रहे हैं....राम मंदिर के कार्यक्रम के न्योते को ठुकरा रहे हैं...कई समंदर पार भी मॉरिशस के लोग भगवान राम को अपना आराध्य मानते हैं...वहां की सरकार ने भारत में बने राम मंदिर के लिए अपने देश में छुट्टी की घोषणा कर दी...लेकिन, भारत में बेठे...भारत की खाकर...भगवान राम और राम मंदिर के खिलाफ जहर उगल रहे हैं... ऐसे में मॉरीशस ने उनके मुंह पर एक करारा तमाचा जड़ा है...साथ ही मॉरीशस के प्रधानमंत्री जगन्नाथ के इस फैसले की हर और सरहाना हो रही है....आपका मॉरीशस सरकार के इस फैसले पर क्या राय है और कट्टरपंथी और अवसरवादी पार्टियों को क्या नसीहत है हमें कमेंट करते जरूर बताएं...

बता दें कि, प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़ा यह समारोह 16 जनवरी 2024 से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा और 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा होगी. यह अनुष्ठान वैदिक रीति-रिवाजों से होगा. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिनों का विशेष व्रत भी रखा है. वो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य यजमान होंगे. समारोह में सभी क्षेत्रों की हस्तियों को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही इस प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में 50 से अधिक देशों के गणमान्य व्यक्तियों भी शामिल होंगे.