अब खुलेंगे 'संसद घुसपैठियों' के राज! दिल्ली पुलिस करने वाली ये काम?
Delhi Police seeks permission from the court to conduct polygraphy test of the accused who intruded into Parliament. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट के संसद में घुसपैठ करने वाले आरोरियों का पॉलीग्राफी टेस्ट करने की मांगी इजाजत.
दिल्ली पुलिस संसद में घुसपैठ के आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की तैयारी में है. इसके लिए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की पटियाला कोर्ट से इजाजत मांगी है. पुलिस की अर्जी पर 2 जनवरी को कोर्ट सुनवाई करेगा. अभी सभी आरोपी 5 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में हैं.
दरअसल, 13 फरवरी को संसद पर हमले की 22वीं बरसी थी. लोकसभा की कार्यवाही दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे. ये युवक नारेबाजी कर रहे थे, तभी एक युवक ने अपने जूते से स्प्रे निकालकर पीले रंग की गैस का छिड़काव किया था. इस दौरान सदन में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी. हालांकि, कुछ सांसदों ने इन दोनों युवकों को पकड़ लिया था और इन्हें सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया था. इन दोनों युवकों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के तौर पर हुई थी.
जब सदन में ये दो युवक घुसे थे, तभी सदन के बाहर पुलिस ने नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए एक महिला नीलम देवी और एक युवक अमोल शिंदे को गिरफ्तार किया था. दोनों पीले रंग की गैस स्प्रे कर रहे थे. इन चार आरोपियों के अलावा पुलिस ने दो और युवकों ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया था.
ललित झा संसद में सेंधमारी के वक्त सदन के बाहर ही था. उसने सदन के बाहर प्रदर्शन करने वाले आरोपियों का वीडियो बनाया था और इसे व्हाट्सऐप के जरिए अपने एक साथी को भेजा था. इतना ही नहीं ललित के पास सभी आरोपियों के मोबाइल भी थे, उसने इन्हें राजस्थान ले जाकर जला दिया था. पुलिस ने ललित की मदद के आरोप में महेश को गिरफ्तार किया था.
अलग अलग राज्यों के हैं आरोपी
संसद में सेंधमारी के सभी आरोपी अलग अलग राज्यों से हैं. ये सभी सोशल मीडिया के जरिए आपस में मिले थे और काफी समय पहले से एक दूसरे को जानते हैं. संसद में घुसपैठ का आरोपी सागर यूपी के लखनऊ का है, जबकि मनोरंजन कर्नाटक के मैसूर का है. ये दोनों बीजेपी सांसद द्वारा जारी पास के जरिए संसद में घुसे थे. वहीं, नीलम हरियाणा, अमोल महाराष्ट्र, ललित बिहार और महेश राजस्थान का है.