बर्फबारी के कारण यात्रा हुई बाधित, पर्यटक हुए परेशान
इस महीने के अंत तक धाम का पुनर्निर्माण कार्य खत्म हो जाएगा. मौसम साफ होने के बाद काम एक बार फिर से शुरू हो गया है. मजदूरों और जेसीबी मशीनों की मदद से बर्फ हटाई जा रही है बर्फ हटते ही जल्द ही रास्ता खोल यातायात शुरू कर दिया जाएगा, जिससे पर्यटक अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे.
उत्तराखंड के मशहूर पर्यटन स्थल औली जाने वाला मार्ग अब भारी बर्फबारी के बाद रास्ता बंद कर दिया गया है. औली से 06 किलोमीटर पहले ही औली मार्ग पर बर्फ होने से गाड़ियों की आवाजाही को रोक दिया है. ऐसे में इस समय औली आने वाले पर्यटकों की तादाद बढ़ती जा रही है, लेकिन रास्ता खुला न होने के कारण पर्यटक औली तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
भले ही इस बार समय पर बर्फबारी हो गई, लेकिन अभी भी मार्ग पर जबरदस्त बर्फ की चादर बिछी हुई है, जिससे पर्यटकों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. औली जाने वाली रोपवे सेवा उपलब्ध है, लेकिन पिछले वर्ष जोशीमठ आपदा के बाद से इस सेवा को बंद करना पड़ा. अब केवल सड़क मार्ग ही औली तक पहुंचा सकता है. अब ऐसे में अगर सड़क मार्ग से बर्फ हटाकर रास्ता नहीं खोला गया तो कैसे पर्यटक औली का दीदार कर पाएंगे.
बद्रीनाथ में भी देखने मिली बर्फबारी
वहीं भगवान विष्णु के बद्रीनाथ धाम में भी बर्फबारी देखी जा सकती है. हनुमान चट्टी से बद्रीनाथ धाम जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बर्फ से ढक चुका है, जिससे यातायात को रोक दिया गया है. इस समय बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के काम चल रहा है, लेकिन दो दिन से इस काम पर भी रोक लग गई है. हालांकि मंदिर परिसर में थोड़ी सी धूप यहां मौजूद लोगों के लिए राहत दे रही है.
केदारनाथ में मौसम हुआ साफ
केदारनाथ में दो दिनों तक हुई बर्फबारी के बाद अब मौसम साफ हो गया है लेकिन अभी भी एफ फीट तक बर्फ जमी हुई है. इन दिनों केदारनाथ धाम में मंदाकिनी नदी के किनारे 13 भवन , म्यूजियम, सरस्वती नदी पर साठ मीटर स्पानका पुल, चिकित्सालय भवन, संगम पर स्थित घाट सहित अन्य पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है.