नया WFI अध्यक्ष बनते ही छलका पहलवानों का दर्द! साक्षी ने लिया सन्यास

Sakshi Malik retired after Brijbhushan Singh's close friend became the president of wrestling association. बृजभूषण सिंह के करीबी के कुश्ती संघ के अध्यक्ष बनने पर साक्षी मलिक ने लिया सन्यास.

नया WFI अध्यक्ष बनते ही छलका पहलवानों का दर्द! साक्षी ने लिया सन्यास

बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष चुने जाने पर भारी विवाद खड़ा हो गया है. साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक नजर आ रहीं दिग्गज पहलवान साक्षी ने कहा कि फेडरेशन के खिलाफ लड़ाई में बहुत साल लगे. आज जो प्रेसिडेंट बना है, वो उसके बेटे से भी प्रिय है या उसका राइट हैंड कह लीजिए. किसी महिला को भागीदारी नहीं दी गई. मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं.

वहीं, विनेश फोगाट ने कहा कि 'हमने हर तरीके से कोशिश की तब दिल्ली की सड़कों पर बैठे. हमने क्लियरली नाम लेकर बताया था कि लड़कियों को बचा लीजिए. हमसे तीन-चार महीने का वेट करने को कहा और कुछ नहीं हुआ. संजय सिंह को आज अध्यक्ष बनाया गया. उसको प्रेसिडेंट बनाना मतलब खिलाड़ी लड़कियों को फिर से शिकार होना पड़ेगा. ये जो हम लड़ाई लड़ रहे थे उसमें कामयाब नहीं हो पाये. हमें नहीं पता देश में न्याय कैसे मिलेगा.'

फोगाट ने आगे कहा, 'बड़े दुख की बात है कि आज रेसलिंग का भविष्य अंधकार में है. किससे दुख बतायें, हमें नहीं पता. हम ट्रेनिंग कर रहे हैं, फिर भी आपसे बताने आये हैं.'

बजरंग पुनिया ने क्या कहा?

वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा कि 'हमारी लड़ाई न पहले सरकार से थी और न आज है. पूरे देश ने उसकी पावर और पीछे काम कर रहे तंत्र देख लिया. 20 लड़कियां आयी थीं, उसमें से तोड़ा उसने. ये लड़ाई सबको लड़नी पड़ेगी. हमें नहीं लगता हम रेसलिंग कभी कर पाएंगे. हमारे लिए जातिवाद नहीं है, लेकिन वो बता रहे हैं कि हम जातिवाद करते हैं. हम राजनीति करने नहीं बल्कि बहन बेटियों की लड़ाई लड़ने आये हैं.'