कुश्ती महासंघ को मिला नया अध्यक्ष, बृजभूषण का रहेगा 'दबदबा'!
Sanjay Singh, close to Brijbhushan Singh, has been elected the new president of the Wrestling Federation of India. बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ का नया अध्यक्ष चुना गया है.
भारतीय कुश्ती संघ को नया अध्यक्ष मिल गया है. भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर पिछले 12 साल से बृजभूषण शरण सिंह थे. साल 2011 से लगातार तीन बार वो कुश्ती संघ के अध्यक्ष चुने गए. बृजभूषण शरण सिंह की भले ही विदाई हो गई हो. मगर WFI के अध्यक्ष का पद अब भी उन्हीं के खेमे में है. 21 दिसंबर को हुए भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय कुमार सिंह को अध्यक्ष चुना गया है.
संजय सिंह का मुकाबला राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण से था. श्योराण को उन पहलवानों का समर्थन हासिल था, जिन्होंने बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट सहित कई शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया था.
WFI के कुल 15 पदों पर चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ. चुनाव की प्रक्रिया इस साल जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन कोर्ट केसेज के कारण ये चुनाव टलता गया. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से लगी रोक को रद्द किया और इसके बाद चुनाव की तारीख का ऐलान हो पाया. अब 21 दिसंबर को चुनाव हुआ और इसके नतीजे भी बृजभूषण खेमे के पक्ष में आए.
कौन हैं संजय सिंह?
संजय कुमार सिंह, ‘बबलू’ नाम से भी जाने जाते हैं. वो उत्तर प्रदेश के कुश्ती संघ और राष्ट्रीय कुश्ती संघ दोनों में पदाधिकारी रहे हैं. साल 2019 में भारतीय कुश्ती संघ की कार्यकारी कमिटी में संयुक्त सचिव चुने गए थे. मतलब WFI की पिछली कार्यकारी परिषद का हिस्सा थे. संजय सिंह बृजभूषण शरण सिंह का दायां हाथ कहे जाते हैं. संजय सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली के रहने वाले हैं. संजय सिंह 2008 में वाराणसी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष बने थे. जब 2009 में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ बना तो बृज भूषण शरण सिंह प्रदेश अध्यक्ष बने और संजय सिंह उपाध्यक्ष बने.