जानें, वर्ल्ड कप में भारत की हार पर क्या बोले पाकिस्तानी क्रिकेटर?
Know what Pakistan cricketers said on India's defeat in the World Cup. जानें वर्ल्ड कप में भारत की हार पर क्या बोले पाकिस्तान के क्रिकेटर्स.
वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले के नतीजे की चर्चा सिर्फ भारत में ही नहीं दुनियाभर में हो रही है. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में तो इसे लेकर कुछ ज्यादा ही विश्लेषण हो रहा है. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स अपने-अपने नजरिए से इस मुकाबले में भारत की हार के कारण गिना रहे हैं. इसमें दिग्गज खिलाड़ी रहे वसीम अकरम से लेकर शोएब अख्तर तक के नाम हैं. पाकिस्तान के यह बड़े खिलाड़ी भारत की इस हार पर क्या कुछ कह रहे हैं, जानिए...
वसीम अकरम ने पैट कमिंस को खूब सराहा
दुनिया के महान तेज गेंदबाजों में शुमार किए जाने वाले वसीम अकरम ने इस जीत का सबसे ज्यादा श्रेय पैट कमिंस को दिया. उन्होंने कहा, 'मैंने पहले भी कहा था कि पैट कमिंस ने टेस्ट कप्तानी में खुद को साबित किया है और वनडे में भी वह यह करेंगे. उन्होंने फाइनल में पूरी तरह से मोर्चा संभाले रखा. गेंदबाजी में उन्होंने 10 ओवर में महज 34 रन देकर दो विकेट लिए. फिर कप्तानी में भी वह लाजवा रहे. किस गेंदबाज को कब लाना है, इसमें उन्होंने बहुत ही समझदारी दिखाई.'
वसीम ने टॉस और पिच के मिजाज को भी फाइनल मुकाबले का अहम फैक्टर माना. उन्होंने कहा, 'दोनों टीमें अच्छी थी लेकिन क्रिकेट में टॉस मायने रखता है. ऑस्ट्रेलिया में रात को गेंद स्विंग होने लगती है, वहीं हमारे (भारत-पाकिस्तान) यहां रात में ओस के कारण बैटिंग आसान हो जाती है. इससे नतीजों में फर्क पड़ता ही है.'
मिस्बाह बोले- ऑस्ट्रेलिया ने पिच को अच्छे से पढ़ा
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मिस्बाह उल हक कहते हैं, 'ऑस्ट्रेलियाई टीम को इस जीत का श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने पिच के मिजाज को भारत से ज्यादा बेहतर तरीके से समझा. शायद ऑस्ट्रेलिया ने सोचा कि पहले गेंदबाजी करेंगे तो रिवर्स स्विंग मिल सकती है. गेंद पुरानी होने पर स्कोर बनाना आसान नहीं होगा. दूसरी पारी में ओस गिरेगी तो भारत के स्पिनर बहुत प्रभावी नहीं रहेंगे. ऐसे में क्रेडिट तो पैट कमिंस को जाता है क्योंकि उन्होंने सही फैसला लिया.'
रमीज़ राजा ने विराट और केएल की धीमी साझेदारी को बताया हार का कारण
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर और पीसीबी चेयरमैन रहे रमीज़ राजा ने कहा, 'रोहित शर्मा के खराब शॉट के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और बड़ा स्कोर नहीं बन पाया. यह 240 स्कोर वाली पिच नहीं थी. यहां 300 रन होने चाहिए थे. भारत को कम से कम 270 या 280 तक पहुंचना चाहिए था. केएल राहुल को जिस स्पीड से रन बनाने थे, उन्होंने वैसा नहीं किया. भारत की शुरुआत अच्छी थी. रोहित हावी थे लेकिन उनके जाने के बाद केएल राहुल और विराट कोहली पार्टनरशिप बनाने में लग गए. लाबुशेन और हेड के बीच भी पार्टनरशिप हुई, लेकिन रन बनाने की उनकी स्पीड बेहतर रही.'
शोएब अख्तर ने कहा- पिच खराब थी
दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज रहे शोएब अख़्तर ने कहा, 'मुझे विकेट देखकर बहुत अफसोस हुआ. भारत को यहां अच्छी पिच बनानी चाहिए थी. पिच तेज और बाउंस वाली होनी चाहिए थी. लाल मिट्टी की पिच पर मैच खेला जाना चाहिए था. भारतीय टीम बहुत अच्छा खेल दिखाकर फाइनल तक पहुंचा था, किस्मत के सहारे नहीं. फाइनल में उन्हें अच्छी पिच मिलनी चाहिए थी.'
मोईन खान ने ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग और रणनीती को दी दाद
पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर मोईन खान ने कहा, 'भारत की तरफ से काउंटर अटैक बिल्कुल नहीं दिखा. रोहित के आउट होने के बाद तो भारतीय खिलाड़ी थम से गए. किसी ने अटैक करने की हिम्मत नहीं जुटाई. इसका कारण ऑस्ट्रेलिया की बेहतरीन गेंदबाजी, शानदार फील्ड सेटिंग और लाजवाब फील्डिंग भी रही. फील्डिंग से ऐसा दबाव बना कि भारत के बल्लेबाज मारने वाली गेंद को भी रोककर खेलने लगे. पैट कमिंस ने बेहतरीन तरीक से अपने गेंदबाज बदले.'