महादेव ऐप का मास्टरमाइंड दुबई में नज़रबंद, लाया जाएगा भारत!
Saurabh Chandrakar, a mastermind of the Mahadev betting app scam, has been placed under house arrest in Dubai. महादेव बैटिंग ऐप घोटाले के एक मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजरबंद कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए. चुनाव के दौरान महादेव बेटिंग ऐप खूब सुर्खियों में रहा. करोड़ों के इस घोटाले को लेकर कांग्रेस और भूपेश बघेल पर कई गंभीर आरोप लगे थे. वहीं, अब महादेव ऐप घोटाले मामले में एक दिलचस्प मोड़ सामने आया है...जो कांग्रेस और भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ाने वाला है.
महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप से जुड़े घोटाले के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में नज़रबंद कर दिया गया है. ऐप चलाने वाले दो मुख्य लोग थे, रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर. रवि भी दुबई में ही बंद है. दिसंबर के पहले हफ़्ते उसे हिरासत में लिया गया था और तब से हिरासत में ही है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दोनों आरोपियों के ख़िलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था. इसी का संज्ञान लेते हुए UAE सरकार ने दोनों को धरा है. आरोपी सौरभ को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि उसके भाग जाने का ख़तरा है. स्थानीय अधिकारी फ़िलहाल उस पर नज़र रखे हुए हैं और दोनों आरोपियों को भारत लाने की तैयारी की जा रही है.
इसी साल के अक्टूबर में ED ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) अदालत के सामने रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दायर किया था. दोनों कथित तौर पर महादेव सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के ज़रिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन करते थे. ये फ़्रॉड क़रीब क़रीब 6,000 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है और इसे UAE से चलाया जा रहा था.
ED के आरोप पत्र के मुताबिक़, इस घपले में छत्तीसगढ़ के कई नौकरशाह और नेता भी शामिल थे. जिनमें से एक नाम भूपेश बघेल का भी था. नवंबर में ही एजेंसी ने दावा किया था कि, फोरेंसिक विश्लेषण और केस के एक आरोपी से पता चला है कि इस ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के पूर्व-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये दिए थे. ऐसे में इस घोटाले के मास्टरमाइंड के गिरफ्तार होने के बाद भूपेश बघेल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है.