मदीना में नहीं जा सकते हैं गैर मुस्लिम? स्मृति इरानी के दौरे पर मचा बवाल!
There is an uproar over Smriti Irani's visit to Saudi Arabia and Madinah. स्मृति ईरानी के सऊदी अरब और मदीना के दौरे पर बवाल हो रहा है.
स्मृति इरानी इन दिनों सऊदी अरब की यात्रा पर हैं....जिसको देख मुस्लिम कट्टरपंथी बैखलाए हुए हैं.....सोशल मीडिया पर उनकी इस यात्रा को लेकर खूब हंगामा है...जिस सऊदी अरब में महिलाएं बिना हिजाब के घरों से नहीं निकलती...मदीना और मक्का जाने के लिए भी गैर मुस्लिमों पर कई रुकावटें हैं...वहां स्मृति ईरानी को देख उनके तन बदन में आग लगी हुई है.
सऊदी अरब के भारत से संबंध काफी अच्छे रहे हैं....लेकिन ये भी एक हकीकत है कि, सऊदी में शरिया कानून लागू है...वहां के नियम-कानून काफी सख्त हैं. ऐसे में पहली बार मदीना शहर में किसी गैर मुस्लिम भारतीय प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने से कट्टर विचारों वाले खुश नहीं हैं और सऊदी प्रिंस को कोस रहे हैं.
दरअसल, स्मृति इरानी ने अपनी मदीना यात्रा को लेकर एक्स पर लिखा था कि, मदीना की ऐतिहासिक यात्रा की. इस्लाम के सबसे पवित्र शहरों में से एक में पैगंबर की मस्जिद अल मस्जिद अल नबवी, उहुद के पहाड़ और क्यूबा मस्जिद - इस्लाम की पहली मस्जिद की परिधि की यात्रा शामिल है. उनकी इस पोस्ट को देख मुस्लिम कट्टरपंथी आग बबूला हो गए. जिसके बाद उन्होंने सऊदी प्रिंस को कोसना शुरू कर दिया.
एक मुस्लिम कट्टरपंथी ने स्मृति इरानी के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि, भारत का एक हिंदू राजनेता मदीना में क्या कर रहा है? बीजेपी राजनेता को हिंदुत्व विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है? पैगंबर ने इस क्षेत्र में मूर्ति की पूजा करने वालों को आने से स्पष्ट रूप से मना किया था, ये शहर केवल मुसलमानों के लिए हैं. यहां और कोई नहीं आ सकता.
एक यूजर ने सऊदी के प्रिंस को टैग करते हुए लिखा है कि आप मुशरिकेन को हमारे सेंक्च्युरी की परिधि तक क्यों जाने दे रहे हैं? बाकी हिस्सों में आप जितनी चाहें उतनी प्रगति कर सकते हैं, कर लें लेकिन मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा के पैगंबर अनुयायियों के लिए सबसे पवित्र स्थान हैं.