सीजफायर के बीच हमास का 'खूनी खेल'! इजरायली बस स्टॉप पर की फायरिंग

Amidst the ceasefire, Hamas terrorists opened fire on an Israeli bus stop. सीजफायर के बीच हमास के आतंकियों ने इजरायल के एक बस स्टॉप पर की फायरिंग.

सीजफायर के बीच हमास का 'खूनी खेल'! इजरायली बस स्टॉप पर की फायरिंग

इजरायल और हमास (Israel Hamas War) के बीच हुई 'सीजफायर डील' का समय 24 घंटे बढ़ा दिया है. ऐसे में अब एक दिन और इजरायल सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा. लेकिन, आतंकी संगठन हमास ने इजरायल की पीठ में छुरा घोंपा है. सीजफायर के बीच हमास के आतंकियों ने इजरायल के एक बस स्टॉप पर ताबड़तोड़ फायरिंग की है. इस हमले में इजरायल के तीन लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 6 घायल हो गए हैं. 

पुलिस के अनुसार, सुबह लगभग 7:40 बजे दो फिलिस्तीनी बंदूकधारी राजधानी के मुख्य प्रवेश द्वार पर वीज़मैन स्ट्रीट पर एक वाहन से बाहर निकले और एक बस स्टॉप पर लोगों पर गोलियां चला दीं. क्षेत्र में दो ऑफ-ड्यूटी सैनिकों और एक सशस्त्र नागरिक ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें दो आतंकी मारे गए. द टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक मारे गए  हमलावरों के नाम मुराद नाम्र (38 साल )  और 30 साल इब्राहिम नाम्र है, दोनों सगे भाई थे. शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, यह जोड़ी हमास के सदस्य थे और पहले आतंकवादी गतिविधि के लिए जेल गए थे.

आतंकियों के पास से मिला क्या?

39 सेकंड के वीडियो में फुटेज में एक कार बस स्टॉप पर आकर रुकती दिखती है. इससे दो बंदूकधारी निकल कर अंधाधुंध फायरिंग करते हैं. लोग दौड़ते भागते दिखते हैं. दोनों भागने की फिराक में रहते हैं तभी तीन ओर से उनको तीन लोग घेर मौत के घाट उतार देते हैं. जांच में इजरायली पुलिस को आतंकियों के पास से एम-16 असॉल्ट राइफल और एक हैंडगन मिला. इसके अलावा तलाशी में भारी मात्रा में गोला-बारूद भी मिला. पुलिस ने बताया कि अधिकारी किसी अतिरिक्त हमलावर से बचने के लिए इलाके की तलाशी ले रहे हैं.

सीज फायर और हमला

स्थानीय मीडिया के मुताबिक बस स्टॉप पर लगभग ठीक एक साल पहले एक घातक बम हमला हुआ था. ये हमला ऐसे समय हुआ जब गाजा पट्टी में इजरायल और हमास आतंकवादी समूह के बीच छठे दिन भी संघर्ष विराम जारी था. इजरायल और वेस्ट बैंक में 7 अक्टूबर से तनाव चरम पर है. हमास के नेतृत्व वाले हमले में लगभग 3,000 आतंकवादी सीमा पार करके इजरायल में दाखिल हुए थे. इनमें तकरीबन 1,200 लोग मारे गए और लगभग 240 बंधकों को पकड़ लिया गया था.