तेजस्वी यादव ने मंदिर जाने पर उठाए थे सवाल! BJP नेता ने बुरा धो दिया..
Commenting on anti-Sanatan and temple cost Tejashwi Yadav a lot. सनातन विरोधी और मंदिर पर टिप्पणी करना तेजस्वी यादव को भारी पड़ गया.
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को देख विपक्ष परेशान है...प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम खूब राजनीति हो रही है...विपक्ष की तरफ से एक के बाद एक सनातन विरोधी बयान आ रहे हैं...ऐसा ही एक बयान बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी दिया था...उन्होंने कहा था...बीमार पड़ने पर अस्पताल जाना चाहिए या मंदिर. लेकिन तेजस्वी के इसी बयान पर वो खुद ही घिर गए हैं. उनके बयान के बाद अब लालू परिवार की एक हाल ही की तस्वीर को बीजेपी ने अपना हथियार बना लिया है.
दरअसल, हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में तेजस्वी ने अयोध्या के भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण पर कटाक्ष करते हुए लोगों से पूछा था कि, 'इलाज कराना है तो मंदिर जाओगे कि अस्पताल!' तेजस्वी को उनका ये बयान अब भारी पड़ गया है...सोशल मीडिया पर उनकी जमकर फजीहत हो रही है...इसी बीच बीजेपी नेता निखिल आनंद ने तेजस्वी को ऐसा जवाब दिया है कि, जिसका जवाब शायद ही तेजस्वी यादव के पास हो....अब वो सनातन विरोधी बयान देने से पहले सो बार सोचेंगे...
निखिल आनंद ने एक तस्वीर ट्वीट की है. इसमें पूरा लालू परिवार मुंडन कराने के बाद तिरुपति मंदिर के बाहर खड़ा नजर आ रहा है. हालांकि, ये तस्वीर कुछ दिन पहले तेजस्वी यादव ने ही ट्वीट की थी. अब इसी तस्वीर को लेकर निखिल आनंद ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. निखिल ने तेजस्वी से पूछा, 'तेजस्वी ने पूछा, इलाज कराना है तो मंदिर जाओगे कि अस्पताल....भाई...ये बताओ, सपरिवार मुंडन करना है तो, सैलून जाओगे कि तिरुपति के बालाजी मंदिर...भगवान श्रीराम- श्रीकृष्ण का मंदिर अयोध्या- मथुरा में नहीं तो येरुशलम में होगा? धार्मिक तुष्टीकरण व मुस्लिमपरस्ती के लिए किस हद तक गिरोगे?'
निखिल आनंद के इन सवालों का जवाब अभी तक तेजस्वी की तरफ से नहीं दिया गया है. शायद उनके पास हो भी नहीं...क्योंकि, तेजस्वी यादव अवसरवादी की गंदी राजनीति कर रहे हैं. जब उन्हें जरूरत होती है तो...वो भगवान के कदमों में पहुंच जाते हैं. लेकिन, वोट बैंक के लिए उसी सनातन धर्म और मंदिर का अपमान कर देते हैं. तेजस्वी जैसे नेताओं की अवसरवादी सोच पर आपकी क्या राय है. हमें कमेंट करके जरूर बताएं.