इंतजार हुआ खत्म, हो गई चुनाव तारीखों की घोषणा
चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान से लेकर चुनाव होने तक पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी. The code of conduct will also be implemented in the entire country from the announcement of the dates by the Election Commission till the elections are held.
लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने आज दोपहर 3 बजे लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान से लेकर चुनाव होने तक पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी.
कब-कहां-किस चरण में होंगे चुनाव?
18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में होगा. वहीं, मतगणना 4 जून को होगी. 19 अप्रैल को 102 सीटों का पहले चरण में 21 राज्यों में वोटिंग होगी. 26 अप्रैल को 89 सीटों का दूसरा चरण, 7 मई को 94 सीटों का तीसरा चरण, 13 मई को 96 सीटों का चौथे चरण, 20 मई को 49 सीटों का पांचवें चरण, 25 मई को 57 सीटों का छठा चरण और 1 जून को 57 सीटों का अंतिम यानी सातवें चरण का मतदान होगा.
आयोजित की प्रेस कॉन्फ्रेंस
तारीखों की घोषणा को लेकर निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव के लिए लगभग 97 करोड़ लोगों के पास मतदान का अधिकार है. लगभग 1.82 करोड़ मतदाता पहली बार इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
मतदान के लिए करीब 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. चुनाव के लिए विस्तृत तैयारी की गई है, चुनाव का पर्व पूरे देश के लिए गर्व का विषय है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव कराना बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन हम लोकसभा आयोजित कराने चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
दिल्ली में महिला वोटर्स पुरुषों से ज्यादा
सीईसी ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में 21.5 करोड़ युवा मतदाता वोट डालेंगे. वहीं इस बार महिला मतदाताओं की संख्या (47.1 करोड़) में इजाफा हुआ है. राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में तो महिला वोटर्स की संख्या पहली बार पुरुष मतदाताओं से ज्यादा हो गई है. जानकारी के अनुसार दिल्ली में वोटर्स की संख्या में 2.72 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली के वोटर्स की संख्या 1 करोड़ 43 लाख 27 हजार 649 थी. इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 1 करोड़ 47 लाख 18 हजार 119 हो गई है। यानी कि 5 साल के दौरान यहां मतदाताओं की संख्या में लगभग 4 लाख की बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली में जुड़े नए मतदाताओं में से महिला वोटर्स की हिस्सेदारी 73.25 फीसदी है.