काश...पाकिस्तान-बांग्लादेश एक होते! नवाज शरीफ का छलका दर्द
After returning to Pakistan Nawaz Sharif's pain over Bangladesh spilled over. पाकिस्तान लौटने के बाद बांग्लादेश को लेकर छलका नवाज शरीफ का दर्द.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ब्रिटेन में चार साल के आत्म-निर्वासन के बाद पहली बार लाहौर में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान नवाज शरीफ के भाषण में बांग्लादेश के अलग होने का दर्द छलका. उन्होंने कहा कि अगर आज पाकिस्तान से बांग्लादेश अलग नहीं हुआ तो हम बेहद मजबूत स्थिति में होते.
अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने इस बात को स्वीकार किया कि आज बांग्लादेश तरक्की के मामले में पाकिस्तान से आगे निकल गया है. नवाज ने आगे कहा कि अगर पाकिस्तान पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) से अलग नहीं हुआ होता तो भारत से होकर गुजरने वाला एक आर्थिक गलियारा होता. हम पाकिस्तान के विकास के लिए पड़ोसियों और दुनिया के साथ बेहतर संबंध स्थापित करना चाहते हैं.
कश्मीर को लेकर भी अलापा राग
नवाज शरीफ ने आगे आवाम से कहा कि 'मैं आज आपको यहां जगाने आया हूं. मेरी यह आरजू है कि मैं एक बदला हुआ पाकिस्तान देखूं.' अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि हमें कश्मीर के हल के लिए भी आगे बढ़ना होगा. रैली के मंच पर शरीफ की बेटी मरियम और अन्य पार्टी नेता भी मौजूद थे.
फलस्तीन के लिए की दुआ
नवाज शरीफ ने इजरायल हमास युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, ''आज फलस्तीन ने लोगों पर इजरायल कहर बरपा रहा है. हम सबको फलस्तीन के लिए दुआ करनी चाहिए. फलस्तीन में रहने वाले लोगों को भी इज्जत के साथ उनका हक दिया जाना चाहिए, उन्हें न्याय मिलना चाहिए.''
पाकिस्तान को विकास के रास्ते पर ले जाने की खाई कसम
आखिरकार पीएमएल-एन नेता ने इस बात पर अफसोस जताया कि आज देश की हालत कितनी खराब है, लेकिन साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को विकास के रास्ते पर ले जाने की कसम भी खाई. साथ ही उन्होंने अपना कार्यकाल याद दिलाते हुए कहा कि पाकिस्तान को एक बार फिर हम सब मिलकर तरक्की की राह पर ले जाएंगे.