रुस के प्लान में पीएम मोदी ने दिया दखल, टला परमाणु युद्ध, युक्रेन समेत दुनिया को मिटाने की साजिश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दखल के बाद रूस और यूक्रेन के बीच परमाणु युद्ध का खतरा टाला जा सका। यह दावा किया है दो शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने. The threat of nuclear war between Russia and Ukraine could be averted after the intervention of Prime Minister Narendra Modi. This has been claimed by two top American officials.
भारत की शक्ति पिछले कुछ सालों में बेहद मजबूत हुई है और इसी मजबूत शक्ति के कारण हमारे देश ने दुनिया के सामने नए भारत की नजीर पेश की है. अंतरिक्ष, रक्षा, टेक और देश के मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी भारत विश्व को पीछे छोड़ रहा है और अगर किसी देश में युद्ध हो रहा है तो भारत उस युद्ध में खुद न पड़कर न्यूट्रल रहने की कोशिश कर रहा है.
यही कारण है कि रूस यूक्रेन युद्ध हो या इजराइल हमास जंग, दोनों में भारत की न्यूट्रल रणनीति ने विश्व की महाशक्तियों को भारत पर यकीन रखने को मजबूर किया है. अब बात रूस युक्रेन युद्ध की चली है तो फिर इसी से शुरु करते हैं. अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है उसने भारत का कद और ऊंचा कर दिया है.
रूस और यूक्रेन का युद्ध
दरअसल रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को अब 2 साल से अधिक समय हो गया है, रिसमें अभी तक यूक्रेन के कई इलाके तबाह हो चुके हैं और दोनों ओर से बड़ी संख्या में सैनिकों की भी मौत हुई है. इतने लंबे समय के बाद भी ये संघर्ष अनवरत जारी है और थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच अमेरिकी मीडिया ने इस युद्ध से जुड़ा एक बड़ा दावा किया है. CNN की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रूस अपने दुश्मन देश यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की तैयारी कर रहा था. साल 2022 में रूस, यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की पूरी तैयारी में था.
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की परेशानियां बढ़ गई थीं और भारत, चीन समेत कुछ अन्य देशों के नेताओं से संपर्क किया, अब क्योंकि रूस रणनीतिक, व्यापारिक और सामरिक रूप से भारत सबसे पुराना और सबसे घनिष्ठ मित्र है इसलिए भारत ने रूस से इस बारे में बात की और परमाणु हमला न करने के बारे में बात कहीं.
क्या कहती अमेरिकी रिपोर्ट?
रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों का टकराव रोकने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और रूस की सेना ने जैसे ही यूक्रेन में विशेष सैन्य कार्रवाई शुरू की, परमाणु हमले की आशंका को भांपते हुए अमेरिका ने कठोर और ठोस जवाबी कार्रवाई की तैयारियां शुरू कर दी थीं, जिसमें इस बात की प्रबल आशंका जताई गई थी ऐसे में बाइडेन की चिंता बढ़ी और उन्होने पीएम मोदी समेत विश्व के अन्य नेताओं से बातचीत की, जिसमें बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने अहम भूमिका निभाई, और पृथ्वी के विनाश को रोकने में कामयाबी पाई.