इजरायल-हमास युद्ध के बीच भारत का 'ऑपरेशन अजय', जानें उद्देश्य..
India has started Operation Ajay amid Israel and Hamas war. इजरायल और हमास युद्ध के बीच भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया है.
इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. हमास के कमांडो ने इजरायल पर हमला किया और अपने साथ कई लोगों को बंधक बनाकर ले गए. इनमें इजराइली नागरिकों के साथ ही विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. ऐसे में भारत ने अपने देश के नागरिकों की घर वापसी के लिए 'ऑपरेशन अजय' की शुरुआत की है.
बता दें कि, भारत के इजरायल के साथ बेहतर संबंध हैं. पीएम मोदी ने हमास के इजरायल पर हमले के बाद फोन कर इस हमले की निंदा की थी. साथ ही इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को फिर फोन किया था और वहां के हालातों की जानकारी एक दोस्त देश होने के नाते ली थी. इजरायल के पीएम से बात कर पीएम ने एकजुटता जताई. हमले के बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय भी एक्शन में आ गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल में भारतीयों को सावधानी बरतने को कहा. इसी बीच जंग के 5वें दिन भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया.
जानें क्या है ऑपरेशन अजय?
आशंका इस बात की जताई जा रही है कि तनाव बढ़ने पर पूरे क्षेत्र में अशांति फैल सकती है. इससे भारत के लिए ऊर्जा सप्लाई प्रभावित हो सकती है. दूसरी बड़ी चिंता विशाल भारतीय समुदाय है, जो वहां रहता है.
इजरायल से स्वदेश वापस आने की इच्छा रखने वाले भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया है. हमास आतंकियों और इजरायल के बीच पिछले 6 दिनों से जंग जारी है. भारतीयों के पहले जत्थे को गुरुवार को एक विशेष उड़ान के जरिए इजरायल से वापस लाए जाने की उम्मीद है.
भरातीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, इसमें उन्होंने कहा कि इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया जा रहा है. वैसे, जयशंकर इस समय श्रीलंका की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा कि विशेष चार्टर उड़ानों का प्रबंधन और दूसरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
बहरीन में भारतीय राजदूत रहे मोहन कुमार का कहना है कि इस संघर्ष से भारत के हितों के दीर्घकालिक रूप में प्रभावित होने की संभावना नहीं है. गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर किए गए भारतीयों के पहले जत्थे को ई-मेल भेज दिया है. आगे की उड़ानों के लिए अन्य पंजीकृत लोगों को संदेश भेजे जाएंगे