'मैं मोदी हूं...', PM ने अपने सांसदों को दे दी बड़ी 'नसीहत'

PM Modi gave advice to his leaders in the BJP parliamentary party meeting. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने अपने नेताओं को दी नसीहत.

'मैं मोदी हूं...', PM ने अपने सांसदों को दे दी बड़ी 'नसीहत'

तीन राज्यों में जीत के बाद बीजेपी गदगद है. बीजेपी नेता इस जीत का श्रेय बहुत हद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को दे रहे हैं. इसी कड़ी में आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी का बीजेपी सांसदों ने जोरदार स्वागत किया. जैसे ही पीएम मोदी हॉल में पहुंचे, सांसद नारे लगाने लगे 'मोदी जी का स्वागत है.' इसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी का माला पहनाकर और शॉल देकर सम्मानित किया. इसके बाद पीएम मोदी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मोदी हूं, मुझे मोदी जी कहकर मुझे जनता से दूर ना करें.

'मैं मोदी जी नहीं, सिर्फ मोदी हूं'

पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि उन्हें मोदी जी नहीं बल्कि मोदी कहा जाए. अगर सांसद उन्हें मोदी जी कहकर पुकारेंगे तो इससे वो आम जनता से दूर हो जाएंगे. मोदी के आगे जी लगाने से आम जनता उनको खुद से अलग समझने लगेगी. लेकिन यही पीएम मोदी नहीं चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में हमेशा मित्रों, भाइयों-बहनों, मेरे साथियों और मेरे परिवारजनों जैसे शब्दों से जनता को संबोधित करते हैं. पीएम मोदी इसके जरिए ही आम जनता से अच्छा कनेक्शन बना पाते हैं. मोदी के आगे जी लगाने से दूरी एहसास ना हो. इसीलिए पीएम मोदी ने सांसदों को नसीहत दे दी कि उनके नाम के आगे जी ना लगाएं.

ये जीत अकेले मोदी की नहीं

BJP संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 3 राज्यों में जीत अकेले मोदी की नहीं, ये कार्यकर्ताओं की सामूहिक जीत है. पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों से ये भी कहा कि सबने मिलकर काम किया है. आगे के लिए सभी लग जाएं. विकसित भारत संकल्प यात्रा में लग जाएं.

सांसदों को मोदी का गुरु मंत्र

बीजेपी सांसदों को गुरु मंत्र देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 3 राज्यों में टीम वर्क से जीत मिली है. ये जीत अकेले मोदी की जीत नहीं है. भारत संकल्प यात्रा में जोर-शोर से शामिल हों. क्षेत्र में जाकर लाभार्थियों से मुलाकात करें. विश्वकर्मा योजना को जन-जन तक पहुंचाएं. सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें. अपने-अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से संपर्क करें. बीजेपी का राज्यों में सरकार रिपीट होने का 58 फीसदी का रिकॉर्ड है. कांग्रेस का केवल 18 फीसदी रिकॉर्ड है.