आरा के इस किसान ने बनाया हार, अयोध्या पहुंचेगा तुलसी से बना हार!
किसान अभिजीत कुमार ने बताया कि उन्हें अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से तुलसी पौधों की खेती करने को कहा गया. Farmer Abhijeet Kumar told that he was asked by the Ram Mandir Trust of Ayodhya to cultivate Tulsi plants.
अयोध्या में अगामी 22 जनवरी को होने वाले प्रभु श्रीराम जी की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है. देश के कई राज्यों से राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक से बढ़कर एक सौगात भेजी जा रही है. वहीं बिहार के आरा से अयोध्या में विराजमान राम लला के लिए बेहद खास तरीके से बनाई गई तुलसी के पत्तों की माला को भेजने की तैयारी की जा रही है. तुलसी पत्तों की माला को बैंगलुरु के कुशल कारीगरों के द्वारा बनाया जा रहा है.
इस माला को आरा के संदेश प्रखंड के पंडुरा गांव के शिक्षक अभिजीत कुमार द्वारा तैयार किया गया है. राम लला के गले में हार के रूप में सुशोभित होने वाली यह माला रेशम की धागों में पिरोई गई है. इस माला को अयोध्या श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के निर्देश पर तैयार किया जा रहा है. आज 16 जनवरी से प्रभु श्रीराम जी के प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ में तुलसी की माला का गले के हार के रूप में उपयोग होगा. देश भर में अयोध्या में आयोजित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक से बढ़कर एक सौगात भेजी जा रही है.
एक एकड़ में की तुलसी की खेती
तुलसी के पौधों की खेती करने वाले शिक्षक अभिजीत ने एक एकड़ में खेती की और इस बारे में बताया कि उन्हें अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह कहा गया था कि आप तुलसी की खेती करिए. लेकिन ये नहीं बताया गया था कि तुलसी के पौधों को क्या करना है. अचानक 10 तारीख को फिर से अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से फोन आया कि आपने जो तुलसी पौधे की खेती की है उसी तुलसी के पत्तों की माला बनाकर आप अयोध्या मंदिर भेजिए.
तुलसी की माला बनाने के लिए बंगलुरु से कारीगर आए हुए हैं. कारीगरों ने बताया कि उन्हें विशेष तौर पर इस माला को बनाने के लिए बिहार के आरा भेजा गया है. वहीं शिक्षक और किसान अभिजीत के पिता रामनिवास सिंह ने बताया कि जब मेरा बेटा तुलसी पौधों की खेती कर रहा था तो गांव के लोग हंस रहे थे और हमें भी आश्चर्य हो रहा था कि यह तुलसी पौधे की खेती क्यों कर रहा है. लेकिन जब अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से फोन आया कि आपके खेतों में उग रहे तुलसी पौधे के पत्ते से बनाई गई तुलसी की माला प्रभु श्री रामचंद्र के मूर्ति पर चढ़ाई जाएगी तो सुनकर दिल खुश हो गया.