जावेद अख्तर ने लगाए 'जय सिया राम' के नारे, कहा- 'हमने हिंदुओं से जीना सीखा...'

Screen writer and lyricist Javed Akhtar gave a big statement regarding Hindus and Lord Ram. स्क्रीन राइटर और गीतकार जावेद अख्तर ने हिंदुओं और भगवान राम को लेकर दिया बड़ा बयान.

जावेद अख्तर ने लगाए 'जय सिया राम' के नारे, कहा- 'हमने हिंदुओं से जीना सीखा...'

महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम के दौरान स्क्रीन राइटर और गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ‘जय सिया राम’ के नारे लगाए. उन्होंने वहां मौजूद लोगो से भी नारे लगवाए. इसके बाद उन्होंने कहा कि, आज से जय सिया राम ही कहिएगा. दीवाली के मौके पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से शिवाजी पार्क में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यहां गीतकार जावेद अख्तर भी पहुंचे थे.

जावेद अख्तर ने आगे कहा, 'हमने तो हिंदुओं से ही जीना सीखा है, अगर उनकी सहिष्णुता खत्म हुई, तो वे दूसरों की तरह हो जाएंगे. हमारी संस्कृति में कृष्ण जी की भी खूब महिमा है, लेकिन जब भी हम आइडियल मर्यादा पुरुषोत्तम और आइडियल वाइफ के बारे में बात करते हैं तो फिर राम और सीता ही ध्यान में आते हैं.'

फिल्म शोले का जिक्र करते हुए कहा, 'अगर आज शोले फिल्म बनती तो मंदिर में हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के डायलॉग्स पर बवाल मच जाता. आज समाज में असहिष्णुता बढ़ गई है. ये अच्छी बात नही है. भारत की विविधता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में हमेशा ये माना गया कि लोग एक-दूसरे से अलग सोच रख सकते हैं. कोई मूर्ति पूजा करे तो भी हिंदू, ना करे तो भी हिंदू.'

इस कार्यक्रम में जावेद ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदू धर्म विविधता का सम्मान करना सिखाता है. उन्होंने कहा कि हिंदू संस्कृती ने हमें लोकतांत्रिक गुण सिखाए हैं, इसीलिए इस देश में लोकतंत्र है. उन्होंने कहा, ये सोचना कि हम सही हैं और बाकी सब गलत हैं. ये हिंदू काम नहीं है. जो आपको ऐसा सिखाए वो गलत है.