बाल-बाल बचा खालिस्तानी आतंकी पन्नू! लिखी जा चुकी थी 'मौत की स्क्रिप्ट'

America has foiled a major conspiracy of Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannu. बाल-बाल बचा खालिस्तानी आतंकी पन्नू! लिखी जा चुकी की 'मौत की स्क्रिप्ट'

बाल-बाल बचा खालिस्तानी आतंकी पन्नू! लिखी जा चुकी थी 'मौत की स्क्रिप्ट'

खालिस्तानी (Khalistan) आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) लगातार भारत के खिलाफ साजिश रचने में लगा रहता है. लेकिन, बीते कुछ दिनों में उसे हर बार मुंह की खानी पड़ी है. हाल ही में उसने एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट को उड़ाने की धमकी दी थी. जिसके बाद भारत में उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है. वहीं, अमेरिका ने पन्नू के खतरनाक मंसूबों पर पानी फेरा है. अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में एक सिख अलगाववादी को मारने की साजिश को विफल कर दिया है. इस संबंध में भारत को भी चेतावनी जारी की गई है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, साजिश का निशाना सिख्स फॉर जस्टिस (SJF) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू था. फाइनेंशियल टाइम्स (FT) ने मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बुधवार (22 नवंबर) को बताया, 'अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में एक सिख अलगाववादी को मारने की साजिश को विफल कर दिया.' फिलहाल, इस रिपोर्ट पर अभी तक भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. 

मामले से परिचित लोगों के अनुसार अधिकारियों ने ये नहीं बताया कि, क्या नई दिल्ली के विरोध के कारण साजिशकर्ताओं ने अपनी योजना बदल दी या फिर एफबीआई के हस्तक्षेप के कारण साजिश नाकाम हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि, भारत को राजनयिक चेतावनी के अलावा अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने न्यूयॉर्क जिला अदालत में कम से कम एक संदिग्ध के खिलाफ सीलबंद अभियोग भी दायर किया है. 

'अमेरिकी सरकार को जवाब देना होगा'

रिपोर्ट के मुताबिक, पन्नू ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि क्या अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें साजिश के बारे में चेतावनी दी थी. हालांकि, उन्होंने मामले में बस यह ही कहा कि अमेरिकी सरकार को अमेरिकी धरती पर भारतीय गुर्गों से उनकी जान के खतरे को लेकर जवाब देना होगा.

जून में हुई थी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या

बता दें कि, इस साल जून में कनाडा के वैंकूवर में एक सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हो गई थी. कनाडा  सरकार ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया था. हालांकि, भारत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था और इन्हें बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताया था. इसके बाद दोनों देशों के संबंध में खटास आ गई थी.