कभी गेमर्स तो कभी क्रिएटर्स, किस लक्ष्‍य को भेदने की कोशिश में है PM Modi?

PM Modi ने देश के टॉप गेमर्स से खास मुलाकात की और इस दौरान विपक्ष पर तंज कसने का नया अंदाज भी पेश किया. PM Modi had a special meeting with the top gamers of the country and during this he also introduced a new way of taunting the opposition.

कभी गेमर्स तो कभी क्रिएटर्स, किस लक्ष्‍य को भेदने की कोशिश में है PM Modi?

PM Modi ने देश के टॉप गेमर्स से खास मुलाकात की और इस दौरान विपक्ष पर तंज कसने का नया अंदाज भी पेश किया. जैसे ही एक गेमर ने 'नोब' शब्‍द का जिक्र किया तो PM Modi समेत बाकी लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े. PM Modi ने इसका एक वीडियो एक्‍स पर पोस्‍ट किया है और बताया है कि कैसे गेमर्स ने उन्हें 'ग्राइंड' और 'नोब' जैसी कुछ गेमिंग टर्मिनोलॉजी यानी शब्दावली के बारे में बता रहे हैं. PM Modi ने इससे पहले सोशल मीडिया के पॉपुलर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स से मुलाकात की थी. 

PM Modi जोर-जोर से लगे हंसने 

जैसे ही गेमर्स ने 'नोब' शब्द कहा, वैसे ही उसे सुनते ही PM Modi जोर-जोर से हंसने लगे और बिना किसी नेता का नाम लिए कहते हैं, 'अगर मैं चुनाव के दौरान इस शब्द का इस्तेमाल करता हूं, तो लोग आश्चर्यचकित होंगे कि मैं किसकी बात कर रहा हूं. अगर मैं यह कहूंगा, तो आप इसे किसी विशेष व्यक्ति के लिए मान लेंगे.' 11 मार्च को देश में पहले क्रिएटर्स अवॉर्ड का आयोजन हुआ था. हर कोई जानना चाहता है कि गेमर्स और क्रिएटर्स के बीच पहुंचकर पीएम मोदी कौन सा संदेश देना चाहते हैं.    

लक्ष्‍य 400 पार 

दरअसल इस बार PM Modi ने 'अबकी बार 400 पार' का लक्ष्‍य तय किया हुआ है. जहां उनकी योजना BJP के लिए वोटों की संख्‍या 370 करने की है तो NDA गठबंधन के लिए उन्‍होंने  वह 400 से ज्‍यादा का लक्ष्‍य रखा है. इसी कोशिश में BJP युवा वोटर्स को लुभाने में जुटी हुई है. सोशल मीडिया पर इनफ्लुएसंर्स से लेकर युवा खिलाड़ी, गायकों और यहां तक कि कलाकारों से भी पार्टी संपर्क कर रही है.  

इनफ्लुएसंर्स से की बातचीत 

कुछ दिनों पहले हुए नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड इसी कोशिश का ही एक हिस्‍सा थे. इस कार्यक्रम में PM Modi ने इनफ्लुएसंर्स और अचीवर्स से बात की थी जो अलग-अलग वर्गों से आते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं 12 अप्रैल को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पुणे में युवाओं से मुलाकात की. जयशंकर और युवाओं के बीच हुई चर्चा का विषय था 'जर्नी ऑफ ग्‍लोबल राइज ऑफ इंडिया' था.