उत्तरकाशी से आने वाली है खुशखबरी! रेस्क्यू का आखिरी राउंड

The ongoing rescue operation for laborers trapped in the tunnel of Uttarkashi has reached its final stage. उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे मजदूरों को लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है.

उत्तरकाशी से आने वाली है खुशखबरी! रेस्क्यू का आखिरी राउंड

उत्तरकाशी की एक निर्माणाधीन सुरंग  (Uttarkashi Tunnel) में 12 नवंबर से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. जिनको निकालने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं. ये रेस्क्यू ऑपरेशन अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है. अब सिर्फ 2-3 मीटर की ड्रिलिंग बाकी है. उम्मीद है कि, कुछ देर में खुशखबरी आ सकती है. मजदूरों को जल्द अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने का काम पूरा हो गया है.

सभी श्रमिक स्वस्थ और सुरक्षित- सीएम

सीएम पुष्कर (Pushkar Singh Dhami) धामी ने एक्स पर पोस्ट किया कि, सिलक्यारा पहुंचकर टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया. टनल में फंसे श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को श्रमिक भाइयों से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए. सभी श्रमिक स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं. बाबा बौख नाग जी से सभी श्रमिक भाइयों के सकुशल बाहर निकालने हेतु संचालित रेस्क्यू ऑपरेशन की शीघ्र सफलता की कामना करता हूं. 

क्या हैं ताजा अपडेट?

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, 'लगभग 52 मीटर (मैन्युअल और बरमा मशीन ड्रिलिंग एक साथ) की गई है. उम्मीद है कि, 57 मीटर के आसपास सफलता मिलेगी. 1 मीटर पाइप मेरे सामने धकेल दिया गया था, यदि 2 मीटर और चला गया तो ये लगभग 54 मीटर अंदर धकेल दिया जाएगा. उसके बाद, एक और पाइप का उपयोग किया जाएगा. पहले स्टील गार्डर मिल रहे थे, यह अब कम हो गया है. कंक्रीट मिल रहा है, इसे कटर से काटा जा रहा है.'

जायजा लेने पहुंचे वीके सिंह

केंद्रीय मंत्री जनरल (रि.) वीके सिंह टनल में बचाव अभियान का जायजा लेने पहुंचे हैं. पहाड़ी की चोटी से 1.2 मीटर व्यास वाले पाइप के लिए 43 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम पूरा हो गया है. बाकी काम पूरा होने में 40-50 घंटे और लग सकते हैं. पहाड़ी की चोटी से 8 मिमी व्यास वाले पाइप के लिए 78 मीटर की वर्टिकल ड्रिलिंग भी पूरी हो गई है. पाइपलाइन में मामूली समस्या होने के कारण आगे की ड्रिलिंग अस्थायी रूप से रोक दी गई है. सुरंग के अंदर मैनुअल ड्रिलिंग सुचारू रूप से चल रही है.